17. त्रिपुरा की जनजातीय लोककथाएँ *संग्रह एवं अनुवाद: डॉ. मिलन रानी जमातिया

बहुत पहले की बात है। एक बुद्धिमान व्यक्ति था। उसे जादुई शक्तियों की जानकारी थी। एक दिन, उसका दामाद इस बात से परेशान था कि […]

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18. नागालैंड की लोककथा *श्रीमती ख्रुत्सुलू दोज़ो

प्राचीन काल की बात है।एक गाँव में एकाही नाम का व्यक्ति रहता था।एकाही की दोस्ती नेक आत्माओं से थी।उसका एक दोस्त हेलि भी था जो […]

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19. वानगाला गीत * संग्रह एवं अनुवाद: सुश्री शाइनी के साङमा

वानगाला गीत मेघालय की  गारो जनजाति के कृषि उत्सव के गीत हैं। वानगाला गीत में स्थायी की तरह प्रारंभिक  पंक्तियों का गान किया जाता है। […]

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20. कबुई लोरीगीत *कचिंग्लूरेमई

भारत के उत्तरपूर्वी राज्य मणिपुर में स्थित कबुई जनजाति में भी लोरी गीत गाने की प्रथा है। कबुई भाषा में लोरी गीत को ‘ना कथु […]

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21. भूटिया लोक गीत *डॉ. सोनम ओंग्मू भूटिया

भूटिया जनजाति अपनी जन्मभूमि सिक्किम को ‘डेन्जोंग’ कहते हैं। उनकी इसमें गहरी आस्था है कि इस भूमि को देवी-देवताओं और गुरु पद्मसंभव का आशीर्वाद प्राप्त […]

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22. त्रिपुरा के लोकदेवता ‘त्रिनाथ’ के गीत * संकलन एवं अनुवाद : तृष्णा रॉय

ठाकुर  त्रिनाथ को हम वनफूल से सजाएंगे, ठाकुर त्रिनाथ को वनफूल से सजाएंगे। सजनी आठ लताओं से आठ फूल तोड़ कर लाओ,  ठाकुर नाथ के आसन को […]

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