16. का पुङ वेइक्यान(खासी लोककथा) ✍ संग्रह एवं हिन्दी अनुवाद : एहसिंग खिएवताम

मेघालय के पूर्वी खासी पहाड़ी जिला के पेनुर्स्ला खंड में उम्न्युह् त्मार नामक एक गाँव है। यह गाँव बांग्लादेश की सीमा में स्थित है। यहाँ के ग्रामीणों में आज भी बहुत ही मेहनती तथा फुर्तीला युवक उ रेन् के बारे में एक लोककथा प्रचलित है। यह लोककथा आज भी गाँव वाले अपनी अगली पीढ़ी को सुनाते आये हैं। कहा जाता है कि कई वर्षों पूर्व ‘उ रेन्’ नामक युवक इस ग्राम में अपनी बूढ़ी माँ के साथ रहता था। प्रतिदिन खेत-बागानों में काम करके शाम को घर लौटता था। इसी प्रकार रेन् की दिनचर्या होती थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *