6. मिजोरम का कथा साहित्य : एक परिचय *डॉ. जेनी मलसोमदोङ्किमी

जब हम मिज़ो कथा साहित्य की बात करते हैं, तो सर्वप्रथम वे कहानियाँ हमारे समक्ष आती हैं,  जो पुराने समय से पूर्वजों द्वारा मौखिक रूप से पीढ़ी-दर-पीढ़ी बतलाई जाती रही हैं। लिपि की अनुपस्थिति के कारण ये कहानियाँ मौखिक रूप में आगे बढ़ीं, इसी कारण वक्ता की भिन्नता के कारण कहानियों में भिन्नता भी प्रत्यक्ष रूप में दीखी।

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