2. अरुणाचल की न्यिशी लोककथाओं के विविध पक्ष ✍ डॉ. जोराम आनिया ताना

देश के विभिन्न भागों की लोककथाओं का अध्ययन करने के बाद हमें ज्ञात होता है कि प्राय: सभी लोककथाओं में कई बातें समान रूप से पायी जाती हैं। देश के विभिन्न भागों में विद्यमान समान धार्मिक विश्वास, धारणाएँ, आस्थाएँ तथा जीवन की समान प्रक्रिया इसका कारण है। इसके पीछे पारिवारिक, सामाजिक, आर्थिक, ऐतिहासिक और राजनीतिक पृष्ठभूमि का भी योगदान है। उदाहरण के लिए प्रकृति के प्रति लगाव, भाई-बहन का स्नेह, माता-पिता के घर से विदा होने वाली बेटी का दु:ख, दान-धर्म की महिमा, सत्य की महत्ता, पाप-पुण्य का अंतर आदि सभी समुदायों में समान रूप से अभियव्यक्त होता है। इसी तरह न्यिशी लोककथाओं में भी जीवन के उन सभी पक्षों का दर्शन होता है, जो किसी भी देश के जनमानस से जुड़े हुए होते हैं।

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