3. जुम्सी सिराम : जीवन और साहित्य ✍ श्रीमती मोर्जुम लोयी

अरुणाचल प्रदेश की पश्चिमी सियाङ ज़िले के तादिन ग्राम में सन् 1963 के 23 मार्च को जन्मे श्री जुम्सी सिराम जी एक महान साहित्यकार हैं। बचपन में ही वे अनाथ हो गये थे। अत्यंत परिश्रमी श्री जुम्सी जी की प्राथमिक शिक्षा तादिन के गवर्नमेंट स्कूल में, फिर कोम्बो मिडिल स्कूल और फिर गवर्नमेंट हाईस्कूल आलो, पश्चिमी सियाङ ज़िला, अरुणाचल प्रदेश में हुई। वे अपने माता-पिता की अकेली संतान हैं। जुम्सी सिराम ने नवीं कक्षा तक ही शिक्षा ग्रहण की, इसके आगे वे पढ़ न सके। उनकी धर्मपत्नी श्रीमती बाबी लोलेन सिराम हैं तथा उनसे उन्हें दो बेटे- हिली पॉल सिराम और हियि ज़ोजेफ सिराम तथा तीन बेटियाँ- हीयिर सिराम, हीरिक सिराम तथा शिला सिराम हुईं। 

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