9. त्रिपुरी जनजाति में गॉरिया पूजा ✍ डॉ. बीना देबबर्मा

त्रिपुरा के जनजातीय समाज में त्रिपुरी, रियांग, जमातिया, हालाम, नोवातिया, उचई, मुरासिंह जनजातियों का महत्वपूर्ण स्थान है। प्रत्येक समुदाय के अलग-अलग इतिहास, संस्कृति एवं लोक-मान्यताएँ हैं। प्राचीन काल में सभी समुदाय हिंदू धर्म को मानते थे, वर्तमान कुछ समुदायों में ईसाई धर्म का प्रभाव भी देखा जाता है। जिस प्रकार दक्षिण भारत में ओणम, पश्चिम भारत विशेष कर महाराष्ट्र में गणेश उत्सव, उत्तर भारत में दशहरा-दीपावाली, असम में बिहु आदि धूमधाम से मनाये जाते हैं, इसी तरह त्रिपुरा के जनजातीय समाज में भी गॉरिया पूजा बड़े उत्साह से मनाया जाता है; परंतु सभी समुदायों में गॉरिया देवता के प्रतीक एवं पूजा-पद्धति अलग-अलग हैं।

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